CTET 2018 की परीक्षा 9 दिसंबर 2018 को आयोजित की गई थी उसका परिणाम घोषित कर दिया गया है |.
बता दें कि इस बार प्राइमरी स्कूल में टीचिंग के लिए 10,73,545 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 17 फीसदी यानी 1,78,273 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. वहीं, मिडिल स्कूल में टीचिंग के लिए 8,78,425 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 15 फीसदी यानी 1,26,968 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. बता दें कि यह परीक्षा दो साल बाद हुई थी.
CTET Result देखने के लिए यहां क्लिक करें.
क्या है पास होने का क्राइटेरिया
इस परीक्षा में पास होने के लिए सामान्य अभ्यर्थी के 60 फीसदी अंक होने जरूरी हैं जबकि आरक्षित वर्ग के लिए यह सीमा 55 फीसदी है. जिन उम्मीदवारों के इतने अंक आ जाएंगे, उन्हें ही CTET सर्टिफिकेट दिया जाएगा. यह सर्टिफिकेट सात साल तक मान्य होता है. अपने अंकों में सुधार करने के लिए यह परीक्षा दोबारा भी दी जा सकती है. यह परीक्षा एक से ज्यादा बार दी जा सकती है.
परीक्षा पास करने के बाद
बता दें कि CTET परीक्षा किसी नौकरी के लिए नहीं होती है, बल्कि यह अध्यापक पदों के लिए होने वाले एग्जाम के लिए योग्य बनाती है. इस परीक्षा को पास करने के बाद ही आवेदक टीचर्स के लिए निकली वेकेन्सी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थी KVS, NVS, Central Tibetan Schools आदि स्कूल में निकलने वाले टीचर्स के पदों पर अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा उम्मीदवार केन्द्र शासित प्रदेशों के स्कूल में भी अप्लाई करस कते हैं. अगर राज्यों में TET परीक्षा नहीं होती है तो राज्य भी इस परीक्षा को मान्यता दे सकते हैं.
यह परीक्षा देश भर में 2100 से ज्यादा केंद्रों में आयोजित की गई थी. इस बार परीक्षा की तिथि के 25 दिनों में ही इसके नतीजे घोषित कर दिए गए. इससे पहले इतने कम समय में कभी भी परीक्षा के नतीजे नहीं आए थे |
बता दें कि इस बार प्राइमरी स्कूल में टीचिंग के लिए 10,73,545 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 17 फीसदी यानी 1,78,273 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. वहीं, मिडिल स्कूल में टीचिंग के लिए 8,78,425 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 15 फीसदी यानी 1,26,968 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. बता दें कि यह परीक्षा दो साल बाद हुई थी.
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क्या है पास होने का क्राइटेरिया
इस परीक्षा में पास होने के लिए सामान्य अभ्यर्थी के 60 फीसदी अंक होने जरूरी हैं जबकि आरक्षित वर्ग के लिए यह सीमा 55 फीसदी है. जिन उम्मीदवारों के इतने अंक आ जाएंगे, उन्हें ही CTET सर्टिफिकेट दिया जाएगा. यह सर्टिफिकेट सात साल तक मान्य होता है. अपने अंकों में सुधार करने के लिए यह परीक्षा दोबारा भी दी जा सकती है. यह परीक्षा एक से ज्यादा बार दी जा सकती है.
परीक्षा पास करने के बाद
बता दें कि CTET परीक्षा किसी नौकरी के लिए नहीं होती है, बल्कि यह अध्यापक पदों के लिए होने वाले एग्जाम के लिए योग्य बनाती है. इस परीक्षा को पास करने के बाद ही आवेदक टीचर्स के लिए निकली वेकेन्सी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थी KVS, NVS, Central Tibetan Schools आदि स्कूल में निकलने वाले टीचर्स के पदों पर अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा उम्मीदवार केन्द्र शासित प्रदेशों के स्कूल में भी अप्लाई करस कते हैं. अगर राज्यों में TET परीक्षा नहीं होती है तो राज्य भी इस परीक्षा को मान्यता दे सकते हैं.
यह परीक्षा देश भर में 2100 से ज्यादा केंद्रों में आयोजित की गई थी. इस बार परीक्षा की तिथि के 25 दिनों में ही इसके नतीजे घोषित कर दिए गए. इससे पहले इतने कम समय में कभी भी परीक्षा के नतीजे नहीं आए थे |
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